Blogging Se Crorepati Kaise Bane Vo Bata Diya Zopdi Vale Parthiv Ne!

आज हम ऐसी एक हस्ती के बारे में जानने वाले है जिसके पास रहने के लिए एक अच्छी झोपड़ी तक नहीं थी। फिर भी जीवन में भारी संघर्ष करके समाज में नाम और इज्जत कमाई। जी हां में बात कर रहा हूं महाराष्ट्र के पाटिल परिवार की, जो पैसे कमाने के लिए गुजरात के एक शहर में आ कर रहने लगे। ऐसे शख्स जिसके पास अपना मकान तक नहीं था, पर उसका लडका पार्थिव संघर्ष करके करोड़पति कैसे बने (Crorepati Kaise Bane)! चलिए पढ़ते है आगे इस इंटरेस्टेड रियल कहानी को जो आपको बहुत प्रेरित कर सकती है।

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Blogging Se Crorepati Kaise Bane

पार्थिव के पापा महाराष्ट्र के नासिक के पास एक छोटे से गांव में रहते थे। घर की हालत बेहद बुरी थी। पार्थिव सरकारी स्कूल में उस समय बारहवी कक्षा में पढ़ाई कर रहा था, पर परिवार  हालत बुरी  वजह से बार बार स्कूल में छूटी रख कर मजदूरी पर जाना पड़ता था। स्कूल पर छूटी रखने पर टीचर की डांट सहैन करनी पड़ती थी। उनका परिवार लाचार और बेसहारा था।

इस नाजुक परिस्थिति की वजह थी पार्थिव के पापा की शराब की बुरी लत। गांव में खेत मजदूरी के अलावा और कोई कमाने का जरिया नहीं था। कभी काम मिलता था तो ज्यादातर दिन घर पर बैठकर गुजारा करना पड़ता था और ऊपर से उनके पापा की बुरी लत जो किसी से कर्जा लेकर भी रोज पीनी पड़ती थी।

पार्थिव बहुत लाचार था वह उनके पापा को कुछ बोल नहीं सकता था। उनकी माताजी कई बार उनके पिताजी से लड़ाई झगड़ा करती थी, पर उनके पिताजी किसी की सुनते नहीं थे। एक दिन ऐसा भी आया कि घर में कुछ भी खाने को नहीं था। यहां तक की चाय पीने के लिए दूध भी नहीं था। ऐसी स्थिति में एक लाचार बेबस परिवार जी रहा था। उनकी माताजी ने तंग आकर उनके भैया को यह सारी बात बताई।

पार्थिव के मामू गुजरात में एक शहर में एक बड़ी कंपनी में जॉब करते थे। उसने दिलासा देते हुए कहा की आपके पास जो भी है वह घर का सारा सामान लेकर आप यहां गुजरात में आ जाओ। मैं कुछ ना कुछ आपको यहां रोजगार दिला दूंगा। उनके पापा के पास भी उनके साले की बात मानने के अलावा कोई चारा नहीं था। उन्होंने कैसे भी बस के किराए का प्रबंध किया और चल पड़े गुजरात के उसे शहर में जहां उनका साला जॉब कर रहा था।

दूसरे ही दिन वहां पास के एक गांव में पार्थिव के पिताजी और मामू गए और एक बड़े किसान से मिले। वैसे भी उस किशन को कोई ऐसे मजदूर की जरूरत थी, जो उनका  खेत संभाल सके। उस किसान के साथ डील हुई। उनको खेत में ही रहना होगा। खेत का सारा काम संभालना होगा और जो भी उत्पादन मिलेगा उसमें से तीसरा हिस्सा उनका रहेगा। खेती के लिए सारा खर्च किसान को करना होगा। वह एग्री हो गए और दूसरे ही दिन खेत में एक साधारण सी झोपड़ी में रहने लगे और खेती का कामकाज संभालने लगे।

पार्थिव के पापा को खेती के बारे में पूरा ज्ञान था इसी वजह से कोई दिक्कत नहीं हुई, पर एक सबसे बड़ी समस्या जो हुई वह है उनकी शराब की बुरी लत। यहां गुजरात में यह चीज मिलना बहुत ही मुश्किल था, क्योंकि गुजरात में शराब पूरी तरह से प्रतिबंधित है। थोड़े दिन बहुत तकलीफ हुई, पर उनके घर की हालत से उसने भी मन बना लिया था। धीरे धीरे सब नॉर्मल होता गया। कैसे भी करके उनकी शराब की लत छूट गई। खेती का काम अच्छे से चल रहा था। उधर पार्थिव ने पढ़ाई छोड़कर तीनों सदस्य खेती के काम में जुड़ गए थे।

जैसे ही गेहूं की कटाई हुई और बाजार में उसे बेचे तब उनके तीसरे हिस्से की रकम उनके पिता के हाथ में आई तब वह बहुत खुश होते है। उसने इतने पैसे एक साथ शायद कभी नहीं कमाए थे। आज पहली बार उनके हाथ में अपने  पशीने की कमाई थी। अब सब नार्मल होता जा रहा था।

अब पार्थिव बड़ा हो चुका था। उनके पापा के पास अब पैसे भी थे, तो उसने पार्थिव को एक सेकंड हैंड एंड्राइड मोबाइल दिला दिया। पार्थिव बहुत खुश हो गया और जब वह फ्री होता था तब एंड्रॉयड फोन में यूट्यूब पर वीडियो देखने लगा। उसने यूट्यूब पर हरि ब्लॉगर करके कोई ब्लॉगर और युटुबर है उसका वीडियो देखा।

वह भी एक किसान का लड़का था। वह ब्लॉगिंग से बहुत ही अच्छी इनकम कर रहा था और यूट्यूब चैनल पर कैसे ब्लॉगिंग कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं उसके बारे में ज्ञान देते थे। पार्थिव को यहां से बहुत मोटिवेशन मिला और उसने सोचा कि अगर यह किसान का लड़का मोबाइल से ब्लागिंग करके इनकम कर सकता है तो शायद मैं भी कर सकता हूं। ऐसा सोचकर उसने ऐसे दूसरे वीडियो देखने भी शुरू कर दिए और नॉलेज पाने लगा।

Jan Lo Parthiv Ji Crorepati Kaise Bane:

पार्थिव के पास इतने पैसे नहीं थे कि होस्टिंग और डोमेन ले पाए। उसने गूगल का प्लेटफार्म ब्लॉगर पर फ्री साइट बनाई। अब उसने आर्टिकल लिखना शुरू कर दिया। लगभग 10 आर्टिकल उसने लिख डाले, पर साइट पर ट्रैफिक नहीं आ रहा था। धीरे-धीरे 15 आर्टिकल हो गए और फिर उसने ऐडसेंस के लिए अप्लाई किया।

लगभग 10-12 दिन के बाद गूगल की ओर से ऐडसेंस अप्रूवल नहीं मिला। थोड़े दिन के बाद फिर से ट्राई की। फिर से अप्रूवल नहीं मिला। ऐसे लगभग 5 बार ट्राई की पर हर बार रिजेक्शन ही मिलता था।

बार बार मिल रहे रिजेक्शन से पार्थिव को कोई फर्क नहीं पड़ता था।  वह अच्छे से जानता था की एक या दो प्रयास में एडसेंस अप्रूवल नहीं मिल सकता है। पार्थिव ने सोच लिया था कि कैसे भी करके मुझे ब्लॉग्गिंग के फील्ड में आगे बढ़ना ही है। उसने नॉलेज पाना जारी रखा। जब भी वह फ्री तब टेक्निकल चैनल पर वीडियो देखता रहता था। जो जो कमियां थी वह सुधारने की कोशिश करता रहता था।

अब उनके ब्लॉग पर धीरे धीरे थोड़ा सा ट्रैफिक भी आने लगा था। फिर उसने छठवीं बार अप्लाई किया। इस बार उनको ऐडसेंस अप्रूवल मिल गया। वह खुशी से उछल पड़ा, जैसे मानो कोई लॉटरी लग गई हो! अब पार्थिव का काम करने का होंसला और बुलंद हो गया था। उनको एक उम्मीद नजर आयी और लगातार काम करता गया।

100 Dollar Se Crorepati Kaise Bane:

ऐडसेंस अप्रूवल मिलने के बाद पहले महीने सिर्फ डेढ़ डॉलर की कमाई हुई। दूसरे महीने कुल पैतालिश डॉलर की कमाई हुई। पार्थिव ने हौसला नहीं हारा और लगातार काम करता रहा। खेत मजूरी भी करता था और साथ में जब फ्री होता था तब अपने मोबाइल से ही आर्टिकल लिखता रहता था। अपना ब्लॉग भी मोबाइल से ही ऑपरेट करता था। तीसरे महीने के बाद कुल 109 डॉलर इनकम हुई। उसने ऑनलाइन कैसे अपने बैंक में पैसे ट्रांसफर करना है वह सीख कर अपने अकाउंट में वह अमाउंट ट्रांसफर करवा ली।

जैसे ही अपने अकाउंट में इंडियन रूपए जमा हो गए तब वह शहर की और चल पड़ा और एटीएम से पैसे निकालकर फिर घर वापस आया। उनकी पहली कमाई देख पूरा परिवार बहुत खुश हुआ। अब उनके परिवार का अच्छा सपोर्ट मिलने लगा। पार्थिव लगातार काम करता गया। अब उसने पेड़ होस्टिंग और डोमेन भी ले लिया था।

अभी वह टोटल 8 साइट खुद संभाल रहा है और सबकी मिलकर हर महीना 4 से 5 लाख की इनकम होती है। अभी तक पार्थिव ने ब्लॉगिंग से टोटल एक करोड़ 10 लाख जितनी इनकम कर ली है। उसने पास वाले शहर में एक खुद की ऑफिस ले ली, एक दुकान और एक अपना खुद का मकान भी बना लिया। उसके पास अच्छी कंपनी का लैपटॉप भी है। अब उसने लैपटॉप से ही ब्लॉग लिखना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं एक फैक्ट्री में थोड़ा सा हिस्सा भी रख लिया।

आज पूरा परिवार बहुत ही खुश है। पार्थिव ने वास्तव में जीरो से हीरो बन कर दिखाया। अगर कुछ करने की चाहत हो और बिना हारे, बिना थके, बिना रुके काम करने का जज्बा हो तो इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति कुछ भी कर सकता है। पार्थिव की तरह जीरो से हीरो बन सकता है।

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