No.1 Indian Woman Cricketer Harmanpreet Kaur के जीवन से जुड़ी संघर्ष की कहानी

“जब आंखों में अरमान लिया मंजिल को अपना मान लिया, फिर मुश्किल क्या आसान क्या बस ठान लिया तो ठान लिया”, ऐसे ही अपने मंजिल को ठानने वाली भारतीय महिला हरमनप्रीत कौर बनी T20 फॉर्मेट में भारत की सबसे पहले शतक लगाने वाले बल्लेबाज और बनी लाखो भारतीय महिलाओं को अपनी राह दिखाने वाली भारतीय बल्लेबाज। ऐसी ही प्रेरणादायक महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर के वास्तविक जीवन के बारे में जानना आपको बहुत आएगा। चलिए पाते है उनके बारेमें रसप्रद जानकारी।

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Harmanpreet Kaur Indian Woman Cricketer

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हरमनप्रीत कौर का जन्म ऐसे दिन पर हुआ था: (Harmanpreet Kaur Birth)

लाखों महिलाओ की प्रेरणामूर्ति बनी भारतीय महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) का जन्म 8 मार्च 1989 वर्ल्ड वूमंस डे के पवित्र दिन हुआ था। हरमनप्रीत कौर का जन्म भारत के पंजाब राज्य के एक छोटे से गांव मोगा में हुआ था। हरमनप्रीत कौर एक सामान्य मिडिल क्लास परिवार से थी। ज्यादा कुछ सुख सुविधाएं उनको नहीं मिली थी यह भी एक संयोग है की महिला दिन पर जन्म हुआ और लाखो महिलाओं के लिए प्रेरणा दायक व्यक्ति बन गई!

हरमन को बचपन से ही स्पोर्ट्स के प्रति था लगाव:

हरमनप्रीत कौर के पिताजी हरमंदरसिंह भुल्लर भी एक स्पोर्ट्समैन थे। वह स्टेट लेवल बॉस्केटबॉल प्लेयर थे और क्लब लेवल क्रिकेटर के लिए भी खेला करते थे, इसलिए तभी से हरमन क्रिकेट, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, खेलना बेहद पसंद थी। वह अपने गली मोहल्लों में लड़कों के साथ अक्षर तरह तरह के खेल खेला करती थी। उनको बचपन से ही स्पोर्ट्स के प्रति बड़ा लगाव था।

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Harmanpreet Kaur Indian Cricketer

हरमनप्रीत कौर को इस चीज में लगाव नहीं था:

ज्यादातर माता-पिता अपनी संतान को बार-बार पढ़ने के लिए कहा करते है, लेकिन पढाई से ही जीवन में सफलता नहीं मिल पाती, यह साबित करके दिखाया भारतीय महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर ने।

हरमनप्रीत को अपने बचपन से पढ़ाई में बहुत ही कम लगाव था। उसके पिताजी ने उसे हर चीज में साथ दिया। उसके पिताजी को पता था की हरमन को स्पोर्ट्स में ज्यादा और पढ़ाई में कम लगाव है, तो उसने हरमन को ज्यादा पढने के लिए कभी दबाव भी नही किया।

उसकी मां ने भी कभी किसी भी चीज के लिए उसे नही रोका और हर एक समस्या को सुलझाने में हरमन का साथ दिया। हरमन को उनकी टीचर से कभी-कभी डांट भी खानी पड़ती थी, क्योंकि उनको पढ़ाई में बिल्कुल भी लगाव नहीं था। वह क्लास में एकाग्र नहीं हो पाती थी।

इस प्रकार हरमनप्रीत कौर ने ऐसे की करियर की शरुआत:

हरमनप्रीत कौर जब छोटी सी थी तब से उसको पढाई के बदले खेलने के प्रति रुचि  थी, लेकिन धोरण 10 वीं क्लास के बाद उसका क्रिकेट के प्रति लगाव बढ़ता ही गया। वह तरह तरह के खेल खेला करती थी। एक दिन वह क्रिकेट खेल रही थी उस वक्त उसका खेल कमलेश सोढ़ी ने देखा और हरमन के खेल पर प्रभावित हुए।उसने हरमन के पिताजी से बात की।

उसके पिताजी ने सोढ़ी के विचार में सहमति दिखाई। उसके कोच ने उसके घरके सामने ही ग्राउंड पे उसकी प्रैक्टिस स्टार्ट कर दी। हरमन लगातार प्रैक्टिस करने लगी और दिनबदिन अच्छा परफॉरमेंस करने लगी।

हरमनप्रीत कौर को SK Public स्कूल के साथ खेलने का मिला मौका:

हरमन अपने स्कूल के लिए तो खेलती थी लेकिन उसके बाद उसने आगे बढ़ने के  के लिए एसके पब्लिक स्कूल फिरोजपुर से ज्वाइन किया। उसमें हरमन का रोल फिनिशर के तौर पर और दाहिने हाथ के मीडियम बोलेरो में हुआ।

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Indian Woman Cricketer Harmanpreet Kaur

पहली बार मिला स्टेट के लिए खेलने का मौका पर मिली निराशा:

कोई भी खिलाडी हो या किसी भी फील्ड में सफलता प्राप्त व्यक्ति हो, बिना संघर्ष कोई सफलता नहीं पा सके है। हरमनप्रीत भी एक ऐसी व्यक्ति है जिसने अपनी कारकिर्दी बनाने में बहुत संघर्ष किये है।

वह Sk Public स्कूल के प्रति बढ़िया परफॉर्मेंस कर रही होने के कारण उसको पंजाब एसोसिएशन कैंप स्टेट लेवल के प्लेयर्स में आखिरकार मौका मिल ही गया, लेकिन उसमे उसका परफॉरमेंस ठीक नहीं रहा और उसके बाद उसको दुबारा खेलने का मौका ही नहीं मिला और ना ही अपनी काबिलियत दिखाने का दुबारा मौका मिला। इसलिए हरमनप्रीत कौर को वहा से भी निराशा झेलनी पड़ी।

Punjab Senior टीम में मिली जगह:

कहा जाता है की कोशिश करने वालों की कभू कर नहीं होती। ऐसे ही हरमन लगातार कोशिश करती रही। बड़े संघर्ष के बाद आखिरकार हरमनप्रीत कौर को खेलने का सुनहरा अवसर मिल गया। उसको पंजाब सीनियर टीम अंडर-19 की टीम में जगह मिल गई।

19 साल की उम्र में पहला T20 क्रिकेट मैच खेला:

हरमनप्रीत कौर का लगातार अच्छे परफॉर्मेंस की वजह से उसको साल 2009 के वर्ल्ड कप मैं उसने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। उसने T20 वर्ल्ड कप में अच्छा परफॉरमेंस किया. उसने चार ओवर में केवल दस ही रन दिए।

2012 में कैप्टन बनी और पहला टेस्ट मैच खेली:

हरमन को साल 2012 के एशिया कप मैं कैप्टन बनाई गयी और उसकी कप्तानी के बतौर उसने एशिया कप का मैच भी अपने नाम कर लिया। हरमनने अपना  पहला टेस्ट मैच 13 अगस्त 2014 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला। उनके पहले ही टेस्ट में उसने टोटल 9 विकेट ले कर तहलका मचा दिया।

हरमनप्रीत बनी सेमीफाइनल की मैन ऑफ द मैच:

हरमनप्रीत कौर ने 20 जुलाई 2017 को इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बिच खेले गए मैच में वर्ल्ड कप सेमी फाइनल 2017 में 115 बॉल पर नाबाद 171 रन की जब्बरदस्त पारी खेली और उसकी बदौलत टीम ने फाइनल मैच में अपनी जगह बनाई। इसी 117 रन की नाबाद पारी की वजह से हरमन को सेमीफाइनल मैच का द मैन ऑफ द मैच अवार्ड मिला।

हरमन को किया अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित:

अगर कुछ कुछ पाने की चाहत हो तो दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। साल 2017 के सेमीफाइनल में जब्बरदस्त पारी खेलने के लिए उसको 2017 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह अचीवमेंट्स उनके जीवन का का सबसे बड़ा अचीवमेंट था। इससे हरमन बहुत खुस हुई और अपना आत्मविश्वास बढ़ता गया।

T20 वर्ल्ड कप में बनी भारत की पहली शतक लगाने वाली बल्लेबाज:

साल 2018 में उसको T20 फॉर्मेट में कप्तान बनाया गया। साल 2018 में उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ कप्तान के तौर पर बहुत अच्छी पारी खेलते हुए 51 बोल पे 103 रन बना कर अपनी सेंचुरी पूरी की। इस सेंचुरी के बदौलत हरमन भारत की पहली ऐसी महिला थी जिसने T20 के फॉर्मेट में सेंचुरी बनाई हो। सेंचुरी के बाद भारत के हर महिला उससे प्रेरित हुई।

वनडे करियर में हरमनप्रीत कौर को बनाया गया कप्तान:

साल 2022 मैं पूर्व मिताली राज एक दिवसीय मैच की कप्तान थी। साल 2022 के वर्ल्ड कप के बाद मिताली राज ने अपना रिटायरमेंट दे दिया और उसके बादसे ही हरमनप्रीत कौर को भारतीय एक दिवसीय मैच का कप्तान घोषित कर दिया। अब हरमनप्रीत कौर को एक के बाद एक सफलता हासिल होने लगी थी। इसलिए किसी ने सही ही कहा है,” तू बस अपनी राह चुन, सफलता अपने आप तुम्हारी कदमों पर होगी”। ऐसे ही हरमन प्रीत संघर्ष करके सफलता की चोटी पर पहुंच पाई।

T20 World Cup 2022 में रही रनर अप टीम:

साल 2022 के T20 वर्ल्ड कप मैं हरमनप्रीत कौर के अच्छे परफॉरमेंस की बदौलत उसने भारतीय टीम को फाइनल में पहुंचा दिया। कड़ी मेहनत और कड़ी मुश्किलों से लड़ने के बाद हरमनप्रीत कौर ने आखिरकार भारतीय टीम को T20 World Cup 2022 के फाइनल में जगह बनाही ली। फाइनल के मैच में हरमनप्रीत कौर बढ़िया इनिंग खेली, लेकिन किस्मत ने भारतीय टीम का साथ नहीं दिया और भारतीय टीम को मैच को गवाना पड़ा। फिर भी रनर्स अप रहने से टीम का फॉर्म बढ़ गया।

Tata WPL 2023 के सीजन में हरमनप्रीत कौर को बनाया मुंबई इंडियंस का कप्तान:

साल 2023 के पहले ही टाटा आईपीएल (TATA Womens IPL 2023) के सीजन में हरमनप्रीत कौर ने बनाया मुंबई इंडियंस टीम के कप्तान. साल 2023 में हरमनप्रीत कौर ने मुंबई इंडियन को फाइनल में पहुंचाया और ना ही सिफ फाइनल में पहुंचाया लेकिन चैंपियन का खिताब भी मुंबई इंडियंस के नाम करवाने में उसका बहुत ही बड़ा योगदान रहा। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी के बदौलत मुंबई इंडियंस ने नया इतिहास रचा और पहले ही वूमंस टाटा आईपीएल में जीत दिला कर इतिहास रचा।

हरमनप्रीत कौर को मिली नई पहचान:

टाटा विमेंस प्रीमियर लीग (WPL 2023) में कप्तान के तौर पर अच्छा परफॉरमेंस दिखाया और अच्छी कप्तानी करके कुछ नए अचीवमेंट करके रिकॉर्ड दर्ज किये जो आज तक भारतीय वुमन क्रिकेटर में किसी के पास नहीं है।

हरमनप्रीत कौर ने womens Premier League 2023 (WPL 2023) के पहले सीजन में मुंबई इंडियंस को चैंपियन बनाया, यह चैंपियनशिप कोई बड़ा अचीवमेंट से कम नहीं है। इस सीजन में हरमनप्रीत कौर बनी भारत की पहली T20 फॉर्मेट में शतक लगाने वाली पहली बल्लेबाज और साथ ही साथ उसने 2017 में अर्जुन पुरस्कार की विजेता भी रही।

भारतीय महिलाओं की बनी प्रेरणा मूर्ति:

हरमनप्रीत कौर ने सफलता पा कर बढ़ाया भारतीय सभी महिलाओं को जोश, जस्बा और कुछ कर दिखाने की चाहत। पहले हरमनप्रीत कौर को कोई भी नहीं जानता था, लेकिन उनकी कभी ना हारने की ताकत, कुछ करने का जज्बा और लगातार संघर्ष ने उसको आज इस मुकाम पर पहुंचा ही दिया।

आज हरमनप्रीत कौर महिलाओं की प्रेरणा मूर्ति बन चुकी है और सभी महिलाओं को कुछ कर दिखाने की ताकत दी है. हरमनप्रीत कौर के लाखों लोग चाहने वाले हैं और लाखों लोगों ने उससे कुछ कर दिखाने का हौसला जुटाया है।

ऐसे ही वर्ल्ड वुमंस डे (World Womens Day) के दिन जन्मी हुई महिला हरमनप्रीत कौर भुल्लर ने आज दूसरी हर एक महिला को कुछ कर दिखाने की ताकत, जोश और जसबा की महसूसी करवाई है। सलाम है ऐसी भारतीय महिला क्रिकेटर को।

अगर आप या आपके आस पास भी कोई ऐसी व्यक्ति है जो अपने जीवन में बहुत संघर्ष करके सफलता की चोटी पर पहुंचे है, तो उनके बारे में हमें हमारा संपर्क करके जरूर से बताए। हम उनकी रियल लाइफ स्टोरी (Life Inspirational Story) इस साइट पर प्रसिद्ध करेंगे, ताकी अन्य लोगों को प्रेरणा मिल सके और जीवन में आगे बढ़ पाए।

इस मोटिवेशनल रियल लाइफ स्टोरी (Motivational Real Life Story) को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर से शेयर करना और आपका मंतव्य निचे कमेंट करके जरूर से बताना।

What is Harmanpreet Kaur husband name?

Harmanpreet Kaur is not married.

What is Harmanpreet Kaur net worth?

Indian Women cricketer Harmanpreet Kaur net worth is approximately Rs. 23 crores. 

What is Harmanpreet Kaur height?

Harmanpreet Kaur height is 1.6 meter.

What is Harmanpreet Kaur highest score in ODI?

Harmanpreet Kaur highest score in ODI is 171*

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